नित पथ्य अपथ्य बने तोहिं पोसे नित पथ्य अपथ्य बने तोहिं पोसे
आज उसके चलो आज़म दीदार करे इम्तिहां हो गयी उससे दीदार की। आज उसके चलो आज़म दीदार करे इम्तिहां हो गयी उससे दीदार की।
तूफानों से लड़कर आते , पत्थर के प्रहार भी सहते नमन भारत के लाल को जो वारे देश पर शरी तूफानों से लड़कर आते , पत्थर के प्रहार भी सहते नमन भारत के लाल को जो वार...
फिसलते मुट्ठी भर वक्त रोक न सका। फिसलते मुट्ठी भर वक्त रोक न सका।
माँ बताओ ना, तेरी ही तो जाई हूँ वही चौखट वही द्वार, पीहर में फिर भी मैं पराई हूँ। माँ बताओ ना, तेरी ही तो जाई हूँ वही चौखट वही द्वार, पीहर में फिर भी मैं...